धमतरी, शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती होती रहती है लेकिन स्कूलों में ग्रंथपाल की नियुक्ति प्रक्रिया बंद हो गई है,जिससे योग्यताधारी बेरोजगारी है, ग्रंथपाल के खाली पदों की पूर्ति के लिए शासन से पुरजोर मांग की जा रही है,राज्य शासन द्वारा वर्ष 2012-13 के बाद से आज तक ग्रंथपाल(लायब्रेरियन) की भर्ती नही की गयी है, वर्ष 2019 एवं 2023 मे भी शिक्षक भर्ती की गयी किंतु ग्रंथपाल पदों को भरने शासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है,बेरोजगार वर्षो से ग्रंथपाल भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे है,संचालनालय द्वारा जारी संशोधित पत्र मे 5000 शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव भेजा गया है किंतु गं्रथपाल पद को इस बार भी नही शामिल नहीं किया गया है।
जिससे भर्ती परीक्षा की तैयारी करने वाले बेरोजगारों में रोष है,गोपाल पाण्डेय, प्रतीक देवांगन, प्रवीण कुमार, रागिनी सोनगर, योगेश लहरे, हेमन्त वर्मा, अरूण बंजारी, योगेश साहू, दुर्गा सोनकर का कहना है कि आगामी 5000 पद के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती मे ग्रंथपाल पद को भी जोडा जाए ताकि जो लम्बे समय से इंतजार कर रहे छात्र अपनी तैयारी और अच्छे से कर सके, यदि ग्रंथपाल पदो पर नियुक्ति के लिए परीक्षा नहीं होती है तो छत्तीसगढ़ से लायब्रेरियन कोर्स को बंद कर दिया जाना चाहिए, ताकि लम्बे समय से आस लगाकर बैठे योग्यताधारी बेरोजगारों का समय बर्बाद ना हो,शिक्षा, समाज और राष्ट्र का प्रमुख आधार स्तंभ है, कक्षावार अध्यापन और ज्ञानवर्धक पुस्तकों से ही बेहतर शिक्षा का प्रसार होता है,पुस्तकों के रख-रखाव और सुरक्षा के लिए स्कूलों में ग्रंथपाल(लायब्रेरियन) की नियुक्ति की जाती है। हाई एवं हायर सेकण्डरी स्तर के स्कूलों में गं्रथपाल पद है, लेकिन शासन रिक्त पद की पूर्ति करने केाई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है,जिससे बेरोजगारों में मायूसी है,शासन से लगातार स्कूलों में ग्रंथपाल पद की भर्ती की मांग की जाती रही है।
