धमतरी, जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जनजातीय बाहुल्य ग्रामों एवं विशेष पिछड़ी जनजातियों तक शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए एक नई पहल की गई है, जिसे ‘आदि कर्मयोगी’ नाम दिया गया है,अभियान के अंतर्गत राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में धमतरी जिले के 7 अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रमाण हासिल किया है,सातों अधिकारी आज कलेक्टर श्री मिश्रा से सौजन्य भेंट की,कलेक्टर ने सभी जिला मास्टर ट्रेनर्स को बधाई दी,प्रधानमंत्री मिशन 2047 अनुरूप जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

मंत्रालय द्वारा संचालित प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महा अभियान (पीएम जनमन) एवं धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति ‘कमार’ वर्ग के 130 बसाहटों तथा 108 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को विभिन्न विभागों की योजनाओं से संतृप्त करने का कार्य किया जा रहा है,व्यक्तिगत स्तर पर आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज उपलब्ध कराना शामिल है,सामुदायिक स्तर पर प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ पेयजल, बिजली, सड़क जैसी आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है,पूर्व में शिविरों के माध्यम से लागू किया जाता था,अब बेहतर क्रियान्वयन हेतु कार्यप्रणाली में बदलाव किया गया ‘आदि कर्मयोगी’ अभियान के अंतर्गत तीन स्तर पर कार्य होगा।
1. आदि कर्मयोगी : राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक से प्रशिक्षित अधिकारी।
2. आदि सहयोगी: ग्राम स्तर पर शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सक, युवा नेता एवं सामाजिक मुखिया की टीम, जो ग्राम विकास की रूपरेखा तैयार करेंगे।
3. आदि साथी: वे ग्रामीण हितग्राही, जिन्हें योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण एवं 11 से 14 अगस्त को रायपुर में हुई कार्यशाला में जिले से 7 अधिकारी
• आदिवासी विकास विभाग से देवेंद्र वासनिक
• महिला एवं बाल विकास विभाग से महेश मरकाम
• लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से शशि ठाकुर
• वन विभाग से बी. के. लकरा
• पंचायत विभाग से चैतन्य ध्रुव
• शिक्षा विभाग से कमलेश ध्रुव
• स्वास्थ्य विभाग से नर्मदा सिन्हा ने जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण प्राप्त किया,प्रशिक्षुओं ने साझा अनुभव किया कि विभागीय कार्य अलग-अलग होते थे, जिससे योजनाओं का अभिसरण नहीं हो पाता था,यह सीखने को मिला कि सभी विभाग मिलकर समन्वय से कार्य करेंगे और ग्राम स्तर पर हर सप्ताह बैठक कर ग्रामीणों की आवश्यकताओं को समझते हुए योजनाओं का लाभ दिलाएंगे,
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने अधिकारियों को बधाई दी।

