धमतरी,राज्य औषधि पादप बोर्ड द्वारा जिले के मडेली गांव को औपचारिक रूप से हर्बल गांव के रूप में गोद लिया,बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम ने स्वयं गांव में सिंदूर की खेती का शुभारंभ कर औषधीय खेती की दिशा में एक नई शुरुआत की,उद्देश्य परंपरागत औषधीय पौधों के संरक्षण, प्रसार और वैज्ञानिक तरीके से खेती कर ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
मरकाम ने ग्रामीणों की बाड़ियों में सिंदूर के पौधे रोपे और कहा कि यह खेती न केवल आय का स्थायी स्रोत बनेगी, बल्कि हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को भी नया जीवन देगी,उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व औषधि पादप बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जे.ए.सी.एस. राव ने मडेली गांव का दौरा किया ,गांव की जलवायु और भूमि को हर्बल खेती के लिए उपयुक्त बताते हुए विशेष रूप से सिंदूर औषधीय पौधों की संभावनाओं को सराहा।

इस गांव को एक मॉडल हर्बल ग्राम के रूप में विकसित करने की योजना है, जिसमें औषधीय पौधों की वैज्ञानिक पद्धति से खेती, प्रशिक्षण, प्रसंस्करण और विपणन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी,ग्रामीणों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे,गांव प्रदेश में औषधीय खेती का प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरेगा।
