कठिनाइयों के बाद भी नहीं मानी हार, सगी बहनें बनीं सब इंस्पेक्टर

सियादेही की भारती और अनुराधा मरकाम ने अथक प्रयासों से पाई सफलता

सियादेही गांव की दो सगी बहनें, भारती मरकाम और अनुराधा मरकाम, आज कई युवतियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। दोनों बहनों का चयन छत्तीसगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ है। कभी 10वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ने वाली भारती ने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से यह सफलता हासिल की है। जीवन में कठिनाईयों के बावजूद, दोनों बहनों ने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत जारी रखी।

भारती की कहानी प्रेरणा का स्रोत है। कुछ साल पहले उन्होंने 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और करियर के बारे में सोचना भी छोड़ दिया था। लेकिन सहेलियों की उपलब्धियों ने भारती को फिर से पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। उन्होंने निजी तौर पर 12वीं और फिर स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसी दौरान छोटी बहन अनुराधा, जो नगर सैनिक के रूप में कार्यरत थीं, के साथ रहकर पुलिस सेवा के लिए तैयारी शुरू कर दी। दोनों बहनों ने छत्तीसगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर के लिए आवेदन किया और कड़ी मेहनत से परीक्षा में सफलता पाई।

अनुराधा ने नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखी

अनुराधा ने नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखी। 2014 में नगर सैनिक बनने के बाद भी उन्होंने एमए तक की पढ़ाई की और साथ ही सब इंस्पेक्टर की तैयारी भी की। ड्यूटी के बाद भी पढ़ाई और तैयारी जारी रखने की उनकी लगन ने उन्हें यह सफलता दिलाई।

परिवार का योगदान भी इनकी सफलता में अहम रहा। उनके पिता रामकृष्ण मरकाम स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं और मां निलेश्वरी गृहणी हैं। जब मां की तबीयत खराब हुई, तो भाइयों ने बहनों की पढ़ाई और तैयारी में मदद की। चाचा रामगोपाल मरकाम, जो शिक्षक हैं, का भी साथ मिला।

डिफेंस एकेडमी धमतरी के संचालक हितेन्द्र साहू ने बताया कि भारती और अनुराधा ने उनके यहां सब इंस्पेक्टर की तैयारी की थी। दोनों बहनें सुबह छह बजे से मैदान में कठिन अभ्यास करती थीं और कभी भी पीछे नहीं हटीं।

 

 
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