
परिजनों व पुलिस पर बनाया जा रहा कार्यवाही नही करने दबाव
धमतरी।पुलिस ने जांच पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।यह मामला 10 अगस्त का है। कुरूद विकासखण्ड के समीपस्थ ग्राम डांडेसरा निवासी 12 वर्षीय मासूम नीरज साहू पिता रेवाराम साहू को बुखार, सर्दी और खांसी की शिकायत थी।जिसे लेकर इलाज के लिए कुरूद के अशोक मेडिकल स्टोर्स पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल संचालक , जो कि,झोलाछाप डॉक्टर है, ने बिना जांचे इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही मासूम के मुंह से झाग निकलने लगा और वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ा। जिसे देख वह घबरा गया।मामला बिगड़ते देख बच्चे को स्वयं तुरंत उसे कुरूद सिविल अस्पताल लाया।जहाँ परीक्षण पश्चात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक घटना के बाद से परिजन गुस्से में हैं और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि 16 दिन बीत जाने के बाद भी जांच कर रहे डॉक्टरो की टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस को नही सौंपी है।इधर पुलिस ने आरोपी अशोक शर्मा के खिलाफ 106 (1),271बीएनएस के तहत मामूली धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध कर तो लिया।किंतु सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी पुलिस की कार्यवाही आगे नही बढ़ा पा रहे हैं। दूसरी ओर परिजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ़ जाँच के नाम पर अभी तक गुमराह कर आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी अब मोर्चा खोल दिया है। आईएमए ने न केवल आरोपी मेडिकल संचालक पर कठोर कार्रवाई की मांग की है, बल्कि प्रदेश में झोलाछाप डॉक्टरों पर लगाम कसने और उनके खिलाफ कड़े कानून बनाने की भी अपील की हैं।

