
नगरी वनांचल के 76 गांवों के 32 हजार से ज्यादा परिवारों को मिलेगा नदी का मीठा पानी
धमतरी, प्रदेश में भू-जल संकटग्रस्त और खारे पानी वाले गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत मल्टी-विलेज योजनाओं का कार्य तीव्र गति से जारी है,जिले में दो मल्टी-विलेज योजनाओं में नगरी वनांचल क्षेत्र के 76 गांवों के 32 हजार से ज्यादा परिवारों को नदी का मीठा पानी पहुंचाने हेतु योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है,लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा आगामी डेढ़ वर्ष में पूर्ण होने पर प्रत्येक घर तक पाइपलाइन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।

कलेक्टर ने नगरी विकासखंड के मेचका में बने रहे समूह जल प्रदाय योजना सांकरा और घटुला के लिए केनाल, क्रास एवं हेड रेगुलेटर कार्य का अवलोकन किया, सोढूर जलाशय निरीक्षण के दौरान पीएचई को निर्देशित किया कि कार्यों के लिए मिशन कार्यालय से शीघ्र आबटन की व्यवस्था करायी जाये,सांकरा समूह जल प्रदाय योजनांतर्गत निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र का भी निरीक्षण किया,पीएचई ने बताया कि इस संयंत्र के सिविल कार्यों की लगभग 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके है, कलेक्टर संयंत्र की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए योजना की पूर्णता तिथि की जानकारी ली,पी एच ई ने कार्य पूर्णता की तिथि फरवरी 2026 है, लेकिन क्रास रेगुलेटर एवं 92 किलोमीटर लंबी पाईप लाईन बिछाने में कुछ और समय लग सकता है,अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हुए शेष कार्यों को तय समय-सीमा में पूर्ण करें, ताकि लोगों को यथाशीघ्र स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल मिल सके,जल संग्रहण हेतु इन्टेकवेल तथा शुद्धिकरण हेतु वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है,उच्च स्तरीय एम.बी.आर.के माध्यम से शुद्ध पानी गांवों की टंकियों तक पहुंचाया जाएगा, ओ-पी.वी.सी. पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है,नलकूपों के गिरते जल स्तर के कारण गर्मी के दिनों में पेयजल संकट झेलने वाले नगरी वनांचल के लोगों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी, सभी 76 गांवों के घरों तक पाइपलाइन के जरिए नदी का मीठा पानी पहुचेग,इस योजना में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 3.5 एमएलडी का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो गया है, 28 स्टेजिंग का एमबीआर निर्माणाधीन है,पाईपलाईन बिछाने का कार्य प्रगति पर है,नगरी वनांचल क्षेत्र संकट से मुक्त होकर शुद्ध और सुरक्षित पेयजल की सुविधा प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है,प्रदेश में कुल 4527 करोड़ रुपए की लागत से 18 जिलों के 3234 गांवों के लिए 71 मल्टी-विलेज योजनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है,धमतरी दो मल्टी-विलेज योजना शामिल है,योजनाओं से प्रदेश के 10 लाख 445 परिवारों को लाभ मिलेगा,उप मुख्यमंत्री अरुण साव के निर्देशानुसार कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आई.आई.टी. एवं एन.आई.टी. जैसे राष्ट्रीय संस्थानों से ड्रॉइंग एवं डिजाइन की जांच कराई गई है, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता तथा वरिष्ठ अभियंता लगातार निरीक्षण कर रहे हैं,योजनाओं में प्रयुक्त सामग्रियों एवं उपकरणों की गुणवत्ता की थर्ड पार्टी टेस्टिंग भी कराई जा रही है।

