धमतरी, प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) भारत सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी योजना है,उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आवासहीनों को पक्के घर उपलब्ध कराना है,योजना के अंतर्गत राज्य के धमतरी जिले में वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में निरंतर प्रगति हो रही है,25 जुलाई की स्थिति में प्राप्त आंकड़े दर्शाते हैं कि जिले के सभी चार विकासखंडों मिलकर कुल 21,875 मकानों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें से 20,297 मकानों की स्वीकृति दी जा चुकी है।
कार्यप्रणाली चरणबद्ध है,मकान निर्माण हेतु राशि किश्तों में भुगतान किया जाता है।
विकासखंडवार प्रगति विवरण:
- धमतरी विकासखंड:कुल 5,178 मकानों का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से 4,840 को स्वीकृति दी जा चुकी है। 4,740 लाभार्थियों को पहली किश्त प्राप्त हो चुकी है और 4,482 मकानों में प्लिंथ कार्य पूर्ण हुआ है। इस विकासखंड की प्लिंथ प्रगति 94.56% है, जबकि मकान पूर्णता का प्रतिशत 34.3% है, जो सराहनीय प्रयास हैं,
- कुरूद विकासखंड:कुल 4,523 मकानों का लक्ष्य निर्धारित किया गया, जिनमें से 4,291 को स्वीकृति मिली,अब तक 4,246 मकानों में पहली किश्त और 4,062 मकानों में प्लिंथ कार्य पूर्ण हो चुका है। प्लिंथ प्रगति 95.62% और पूर्णता प्रतिशत 38.5% है, जिससे यह ब्लॉक जिले में अग्रणी स्थिति में है।
- मगरलोड विकासखंड: योजना की सफलता का प्रमुख उदाहरण बनकर उभरा है,प्लिंथ प्रगति सबसे अधिक 98.55% है,3,327 मकान प्लिंथ स्तर पर हैं और 1,482 मकानों का कार्य पूर्ण हो चुका है,कुल 3,870 के लक्ष्य में से 3,582 मकानों को स्वीकृति दी जा चुकी है और 3,376 लाभार्थियों को पहली किश्त प्राप्त हो चुकी है, यहां पूर्णता प्रतिशत 41.4% है, जो पूरे जिले में सबसे अधिक है।
- नगरी विकासखंड:कुल 8,304 मकानों का लक्ष्य है, जो जिले का सबसे बड़ा भाग है, अब तक 7,584 मकानों की स्वीकृति हुई है और 7,359 लाभार्थियों को पहली किश्त का भुगतान हो चुका है। हालांकि प्लिंथ प्रगति 86.95% पर है, जो अन्य विकासखंडों की तुलना में कम है, लेकिन पूर्ण मकानों की संख्या सबसे अधिक 2,710 है। पूर्णता प्रतिशत 35.7% है।
समग्र उपलब्धियाँ:
• कुल स्वीकृत मकान: 20,297
• पहली किश्त प्राप्त लाभार्थी: 19,723
• प्लिंथ स्तर तक पूर्ण मकान: 18,270
• पूर्ण निर्माण: 7,505 मकान
• कुल पूर्णता प्रतिशत: 37.0%
यह प्रगति न केवल शासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि जिला प्रशासन, पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीण जनता के समन्वित प्रयासों का परिणाम भी है,रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि योजना के क्रियान्वयन में गति बनी हुई है और 2024-25 के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में प्रगति हो रही है। मगरलोड और कुरूद जैसे विकासखंडों ने अपेक्षाकृत बेहतरीन प्रदर्शन किया,नगरी क्षेत्र को निर्माण की गति को और तेज करने की आवश्यकता है, ताकि अन्य क्षेत्रों की बराबरी कर सके,जिले में “अपूर्ण मकानों की संख्या केवल 8 है”, और 1,453 मकानों में कार्य दोबारा प्रारंभ करने की दिशा में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है,योजना ग्रामीण आबादी की जीवनशैली में सुधार के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में एक मजबूत नींव तैयार कर रही है।

प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण के अंतर्गत धमतरी जिले में हो रही प्रगति उत्साहजनक और प्रेरणादायक है,यह दर्शाता है कि शासन की योजनाएं तब प्रभावी सिद्ध होती हैं जब स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि और नागरिक मिलकर कार्य करें। इस प्रकार की योजनाओं से न केवल आवासहीनों को पक्के घर मिलते हैं, बल्कि उनके जीवन में स्थायित्व, सुरक्षा और सम्मान की भावना भी सृजित होती हैं।
