कोरबा में शिक्षक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, ACB की बड़ी कार्रवाई

स्थानांतरण के बदले मांगे थे दो लाख रुपये, समग्र शिक्षक फेडरेशन का जिला अध्यक्ष है आरोपी

कोरबा, 17 जुलाई 2025 — कोरबा जिले में शिक्षा विभाग की साख को झटका देने वाला मामला सामने आया है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के स्थानांतरण के एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले शिक्षक विनोद कुमार सांडे को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) बिलासपुर ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

स्थानांतरण दिलाने के नाम पर मांगी रिश्वत
शिकायतकर्ता रामायण पटेल, निवासी नया काशी नगर, कोरबा ने ACB को दी गई शिकायत में बताया कि वे और उनकी पत्नी गरिमा चौहान क्रमशः प्राथमिक शाला केसला में प्रधान पाठक और शिक्षिका के रूप में पदस्थ हैं। उनकी मुलाकात माध्यमिक शाला बेला में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार सांडे से हुई, जो समग्र शिक्षक फेडरेशन कोरबा का जिला अध्यक्ष भी है।

सांडे ने कहा कि गरिमा चौहान का स्थानांतरण किसी दूरस्थ विद्यालय में होने वाला है, लेकिन वह अपने प्रभाव और डीईओ, बीईओ से “लेनदेन संबंधों” का हवाला देते हुए, नजदीक के विद्यालय — प्राथमिक शाला ओमपुर — में स्थानांतरण करवा सकता है। इसके बदले में उसने 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी।

ACB ने रचा जाल, रंगे हाथों पकड़ा गया आरोपी
प्रार्थी ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए ACB से संपर्क किया। शिकायत की जांच और सत्यापन के बाद ACB बिलासपुर ने 17 जुलाई को ट्रैप ऑपरेशन किया और विनोद कुमार सांडे को 2 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।

कानूनी कार्रवाई जारी
ACB ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। आगे की पूछताछ और जांच जारी है।

निष्कर्ष
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार केवल शासन के ऊपरी स्तरों पर ही नहीं, बल्कि शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भी अपनी जड़ें जमा चुका है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई से न केवल भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगेगी, बल्कि ईमानदार कर्मचारियों और जनता का भरोसा भी कायम रहेगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *