उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी परिक्षेत्र के सातलोर बीट में पोटाश बम विस्फोट के कारण घायल हुए हाथी के बच्चे का उपचार अब तक शुरू नहीं हो पाया है। इसकी वजह यह है कि हाथी का झुंड अब तक पहाड़ी से नीचे नहीं उतरा।

डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन ने बताया कि 11 नवंबर को वन विभाग की टीम पूरी तैयारी के साथ घायल हाथी के बच्चे का रेस्क्यू और उपचार करने के लिए मौके पर मौजूद थी। हालांकि, देर रात तक हाथियों का दल पहाड़ी से नीचे नहीं उतर पाया। ड्रोन कैमरों की मदद से लगातार हाथियों की निगरानी की जा रही है। टीम अब भी पहाड़ी से हाथियों के नीचे उतरने का इंतजार कर रही है ताकि घायल बच्चे का इलाज किया जा सके। बताया जा रहा है कि घायल हाथी का बच्चा करीब 5-6 साल का है, जिसका जबड़ा सूजा हुआ है और पैर में चोट लगी है।
हाथियों पर मंडरा रहा खतरा
सीतानदी परिक्षेत्र में विचरण कर रहे 38-40 हाथियों के इस दल पर अब खतरा बढ़ता जा रहा है। तस्करों और शिकारियों की नजर इस दल पर है, और पोटाश बम विस्फोट करने की घटना इसी का प्रमाण है। फिलहाल, बम लगाने वाले अपराधी पकड़ से बाहर हैं। वन विभाग ने घटना की जानकारी देने वालों के लिए 10,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है।